Wednesday, February 9, 2011

मैं नजर न आऊं


मैं नजर न आऊं तो पुकारकर देखना,
मुझे आईने में उतारकर देखना,
मैं सिन्दूर तेरा टीका सुर्ख लबों पर मिलूँगा,
किसी रोज मुझे भी सिंगार कर देखना...जगजीवन सोनू

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